खूबसूरत बेवफा शायरी
Bewafa Shayari in Hindi
मुद्दा ये नही की दाल महंगी है गालिब
दर्द ये है की किसी की गल नही रही
बदला बदला सा है मिजाज क्या बात हो गई
शिकायत हमसे है या किसी और से मुलाकात हो गई
अदब कीजिए हमारी खामोशी का
आपकी औकात छुपाए बैठे है
हमे भी बड़ा शौक था दरिया ए इश्क में तैरने का
एक लहर ने ऐसा डुबाया की अभी तक किनारा नही मिला
ले रहा था मोहब्बत की चादर इश्क के बाज़ार से
भीड़ से आवाज़ आई कफ़न भी लेते जाना अक्सर यार बेवफा होते है
जब लगा था तीर तब इतना दर्द न हुआ गालिब
दर्द का अहसास तो तब हुआ जब कमान देखी अपनों के हाथ में
हुस्न कहां हसीन होता है ऐ बेवकूफ इंसान
जिनसे इश्क हो जाए वो हसीन लगने लगता है
शौक़ तो नही था मोहब्बत करने का
नजर तुमसे मिली तो हम भी शौकीन हो गए
कौन कहता है हम तबाह नही है मेरी बर्बादी का कोई गवाह नही है
सब देखते है मुझे मुस्कुराते हुए क्योंकि रोने के लिए कोई जगह नही है
मजनू अब इश्क़ करे तो कैसे करे
लैला अब ऐतबार के काबिल न रही"
dard bhari bewafa shayari
मिल जाए जब औरो से फुरसत तो जरा सोचना
क्या सिर्फ फुरसतो में याद करने का रिश्ता है हमसे
सिर्फ सांसों का थम जाना ही मौत नही होती
अपने पसंद को खोना भी मौत ही है।
बदला जो वक्त गहरी रफाकत बदल गईं
सूरज ढला तो साए की सूरत बदल गईं
एक उम्र तक मैं उसकी जरूरत बना रहा
फिर हुआ कि उसकी जरूरत बदल गईं
मुझे वहां ले जाओ जहां मैं तुम्हारे मिलने से पहले था
और फिर मुझे छोड़ दो
ज़ालिम ने दिल उस वक्त तोड़ा
जब हम उसके गुलाम हो गए
Bewafa Shayari in Hindi
किसे खबर थी वो ऐसे भी खफा हो जायेगा ज्यादा चाहेंगे उसे तो बेवफा हो जायेगा…
रो पड़ा वो फकीर भी मेरे हाथों की लकीरें देखकर
बोला तुझे मौत नही किसी की याद मारेगी….
दिमाग पर जोर लगाकर गिनते हो गलतियां मेरी कभी दिल पर हाथ रखकर पूछना कसूर किसका था...
मेरे जख्मों पर कुछ इस तरह से मरहम लगती है वो पहले इश्क़ की बातें करती थी अब दोस्त बुलाती है वो
आज परछाईं से पूछ ही लिया क्यों चलती हो मेरे साथ उसने भी हंसके कहा और कौन है तेरे साथ
दर्द भरी बेवफा शायरी इन हिंदी
याद करोगे एक दिन मुझे ये सोचकर कि क्यों नहीं क़दर की उसके प्यार की
खामोशियां बेवजह नही होती कुछ दर्द आवाज छीन लिया करते हैं
दर्द की भी अपनी ही एक अदा है वो भी सिर्फ सहने वाले पर ही फ़िदा हैं
Bewafa Shayari in Hindi
मेरे तो दर्द भी औरों के काम आते है मैं रो पड़ूं तो कई लोग मुस्कुराते हैं
यकीन था कि तुम भूल जाओगे मुझको खुशी है कि तुम उम्मीद पर खड़े उतरे
खता मत गिन इश्क़ में किसने क्या गुनाह किया इश्क़ एक नशा था तूने भी किया और मैंने भी किया
एक तू ही था जो दिल में समा गया वरना कोशिश यहां हजारों ने की थी
तुम लौटकर आ जाना जब भी तुम्हारा दिल करे 100 बार भी लौटोगे तो हमे अपना ही पाओगे
मैं तेरी जिंदगी से चला जाऊं ये तेरी दुआ थी तेरी हर दुआ कबूल हो ये मेरी दुआ थी
धोखा देती है अक्सर माशूम चेहरे की चमक हर कांच के टुकड़े को हीरा नही कहते
Dard bhari shayari bewafa shayari in hindi
घूट घूट कर जीते रहे कोई फ़रियाद न करे कहां से लाऊं वो दिल जो तुझे याद न करे
नहीं मिला जो प्यार क्या हंसना भी छोर दे मर तो चुके कई बार क्या जीना भी छोर दे
वो शख्स जो कहता था तू ना मिला तो मर जाउंगा “फ़राज़” वो आज भी जिंदा है यही बात किसी और से कहने के लिए
साथ जीने मरने का वादा था मरके भी साथ न छोड़ने का वादा था सारी बातों से तू मुखर क्यों गयी ए सनम तू मुझे धोखा देकर चली गयी
लफ्ज़ सादे है पर कितने प्यारे है तुम किसी और के हो और हम सिर्फ तुम्हारे है
यूं न कहो की किस्मत की बात है मेरी तन्हाई में कुछ तुम्हारा भी हाथ है
हादसों के गवाह हम भी है अपने दिल से तबाह हम भी है जुर्म के बिना सज़ा ए मौत मिली है ऐसे बेगुनाह हम भी है
बात इतनी सी थी की तुम अच्छे लगते थे अब बात इतनी बढ़ गई कि तुम बिन कुछ अच्छा नहीं लगता
खूबसूरत बेवफा शायरी
आज तुम हर सांस के साथ याद आ रहे हो बताओ तो जरा तुम्हारी यादें रोकू या सांसे
याद कर लेना मुझे तुम कोई भी जब पास न हो