कुछ तुझपे उधार है
कुछ मुझपे उधार है
ये दोस्ती की मीठी यादें
चाय की कर्जदार हैं ।
भले ही अपने जिगरी दोस्त कम है
पर जितने भी है परमाणु बम हैं….
दोस्त हालत बदलने वाले रखो
हालात के साथ बदलने वाले नही
कौन कहता है दोस्ती बराबरी वालो में होती है
सच तो ये है की दोस्ती में सब बराबर होते हैं।
यारी की बिना ये जिंदगी प्यारी नही लगती….
कितने कमाल की होती है ना दोस्ती
वजन तो होता है लेकिन बोझ नहीं होता
दोस्ती का फर्ज इस तरह निभाया जाए,
अगर राम रहे भूखा तो रहीम से भी खाया न जाए ।
धागे अपने रिश्तों के टूटने नही देंगे,
साथ इस दोस्ती का छूटने नही देंगे,
हमे नही आता मनाना किसी को,
पर दिल से कहते हैं
आपको कभी रूठने नही देंगे ।
नादान से दोस्ती कीजिए क्योंकि मुसीबत के वक्त कोई भी समझदार साथ नही देता…..
दोस्तों के नाम का खत जेब में रख कर क्या चला…
करीब से गुजरने वाले पूछते है इत्र का नाम क्या है ….
एक जैसे दोस्त सारे नही होते
कुछ हमारे होकर भी हमारे नही होते
आपसे दोस्ती करने के बाद महशूस हुआ
कौन कहता है तारे जमीन पर नही होते….
वक्त की यारी तो हर कोई करता है मेरे दोस्त मजा तो तब आता है, जब वक्त बदल जाए पर यार न बदले……